PM Kisan Samman Nidhi 18th Installment Has Been Stopped: पीएम किसान योजना को आज कौन नहीं जानता प्रधानमंत्री किसान योजना भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई एक महत्वाकांक्षी योजना है। जिस किसानों को समय पर अपनी फसल बुवाई के लिए बीज की आवश्यकता होती है।
उस समय इस योजना के द्वारा दिए गए₹6000 उनके बहुत काम आते हैं। किसान इस योजना से प्रतिवर्ष ₹6000 और प्रति 3 महीने में ₹2000 की किस्तों को प्राप्त करके अपनी समय पर फसल बुवाई के लिए बीज का प्रबंध कर लेते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की जनता के लिए चाहे वह महिला हों या पुरुष, बुजुर्ग हों या बच्चे, छात्र हों या उद्यमी सभी के लिए योजनाएं चलाई हैं इन्हीं में से एक PM Kisan Samman Nidhi Yojana भी है।
भारत के गरीब अथवा सीमांत किसानों के लिए पीएम किसान योजना मिल का पत्थर साबित हुई है। जो गरीब किसान अपने खेत में समय पर फसल की बुवाई करते हैं उन्हें बीज और खाद की आवश्यकता होती है। लेकिन वित्त विहीनता के कारण उनकी फसल की बुवाई समय पर नहीं हो पाती जिससे खेत बंजर रह जाता है। इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए भारत के गरीब किसानों के लिए इस योजना का शुभारंभ किया गया था।
PM Kisan Samman Nidhi 18th Installment Has Been Stopped
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आपको बता दें कि हाल ही में हुए एक सर्वे में पाया गया कि अपात्र किसानों को भी इस योजना का फायदा दिया जा रहा है वन टू वन मिलान के तहत यह सामने आया कि 780 करोड़ से अधिक पैसा पात्र किसानों को प्रतिवर्ष पीएम किसान योजना के अंतर्गत पहुंचा जा रहा था इस गड़बड़ी को देखते हुए अब जिन किसानों की पात्रता सामने आई है उनकी पीएम किसान योजना के द्वारा दी जा रही किस्तों पर रोक लगाई जाएगी 780 करोड़ से अधिक पैसा पीएम किसान निधि के अंतर्गत अपात्र किसानों को प्रतिवर्ष DBT के मध्यम से आवंटित हो रहा था।
अपात्र किसानों की PM Kisan Samman Nidhi 18th Installment रोकने का फैंसला
आपको बता दें कि पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत बिहार राज्य के हजारों अपात्र किसानों को अब पीएम किसान सम्मन निधि का₹2000 नहीं मिलेगा। एक रिपोर्ट के अनुसार बिहार में यह पाया गया है कि अधिक जमीन तथा अधिक आय वाले किसानों को पीएम किसान सम्मन निधि की किस्त प्रति तीन माह में ₹2000दी जा रही थी। जिससे सरकार का लगभग 779 करोड़ रूपया अपात्र किसानों को प्राप्त हो रहा था। जब किसानों के राशन कार्ड में आधार कार्ड को लिंक करवाया गया और वन टू वन मिलान किया गया तभी यह बात सामने आई। अब बिहार के इन किसानों को पीएम किसान निधि का पैसा प्राप्त नहीं होगा
PM Kisan Samman Nidhi 18th Installment Has Been Stopped
बिहार में पीएम किसान सम्मन निधि की राशि बड़े पैमाने पर अपात्र किसानों को पहुंचाई जा रही थी जिसके कारण पात्र किसानों का नुकसान हो रहा था। PM Kisan Samman Nidhi 18th Installment से पहले जांच में पाया गया कि बिहार में लगभग 13 लाख से अधिक किसानों को पीएम किसान सम्मन निधि के तहत प्रतिवर्ष ₹6000 उनके खाते में डीबीटी के माध्यम से पहुंचाया जा रहा था। यदि ₹6000 के हिसाब से देखा जाए तो प्रतिवर्ष सरकार का ₹780 करोड़ रूपया बिहार के उन किसानों को पहुंचाया जा रहा है जो पीएम किसान सम्मान निधि की पात्रता को पूर्ण नहीं करते हैं।
भारत के किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा कृषि मंत्रालय को चेतावनी दी गई है और उन्हें सचेत किया गया है। केंद्रीय कृषि मंत्रालय के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बिहार राज्य के सभी जिला अधिकारियों को इसकी सूचना देते हुए बताया है कि जल्द से जल्द इस कार्य को पूरा किया जाए और जिला तथा ग्रामीण स्तर तक जाकर किसानों का भौतिक रूप से सत्यापन किया जाए। जिससे अपात्र किसानों को मिल रही पीएम किसान निधि योजना की राशि को रोका जा सके।
आपको बताने की बिहार में PM Kisan Samman Nidhi 18th Installment रोकी जाएगी क्योंकि इसमें गड़बड़ियों के अंतर्गत पाया गया कि एक परिवार के केवल एक ही सदस्य को पीएम किसान निधि योजना का लाभ प्राप्त होता है। जबकि बिहार में हजारों परिवार ऐसे हैं जिनमें एक से अधिक सदस्य को पीएम किसान सम्मन निधि की धनराशि प्रतिवर्ष दी जा रही है। जन वितरण प्रणाली के अंतर्गत वन टू वन मिलान करने पर पाया गया कि परिवार में जितने राशन कार्ड हैं उतने ही सदस्यों को पीएम किसान सम्मन निधि का पैसा मिल रहा है।
आपको बता दे की बिहार में की लगभग 53 लाख से अधिक राशन कार्ड धारक परिवार ऐसे हैं जिनमें से जिनमें से 66 लाख 50 हज़ार से अधिक लाभार्थियों को पीएम किसान सम्मन निधि की वार्षिक किस्त दी जा रही है यानी परिवार के दो से तीन सदस्यों को इस योजना का फायदा पहुंच रहा है जिससे सरकार का ₹780 करोड़ से अधिक रुपया अपात्र किसानों को मिल रहा है।
बिहार के इन जिलों की PM Kisan Samman Nidhi 18th Installment रोक दी गई है।
केंद्रीय कृषि सचिव ने जिलेवार सभी डीएम की बैठक की और उसमें अपात्र किसान के परिवार में जाकर उनका सत्यापन करने के निर्देश दिए हैं। आपको बता दें कि बिहार के चंपारण और मुजफ्फरपुर में पीएम किसान सम्मान निधि की सबसे अधिक गड़बड़ियां पाई गई हैं। इससे पहले पीएम किसान सम्मन निधि की 17 अगस्त किसानों के खातों में आ चुकी है 18वीं किस्त से पहले केंद्र सरकार इन गड़बड़ियों को ठीक करेगी और उसके बाद 18 वीं किस्त को किसानों के खाते में ट्रांसफर किया जाएगा।
पूर्वी चंपारण के 22,400 से अधिक परिवारों के लगभग 17 हज़ार किसानों को पीएम किसान सम्मन निधि की राशि ट्रांसफर की जा रही है जिससे पीएम किसान निधि का लगभग 94 हजार अपात्र किसानों को राशि मिल रहा है। वही मुजफ्फरपुर में भी अधिक गड़बड़ियां पाई गई है जिनके अंतर्गत 3 लाख 70 हजार परिवारों के 3 लाख 63 व्यक्तियों को पीएम किसान सम्मन निधि का पैसा कर रहे हैं। इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चिंता जताई है और कृषि एवं किसान कल्याण विभाग को इसकी जांच करने के लिए कहा गया है।